सीतापुर के कुछ साहसी राष्ट्र प्रेमियों ने बहुत ही पावन उद्देश्य से नैमिषारण्य की इस पवित्र धरती पर राष्ट्रीय महाजनी पाठशाला की स्थापना की। जनपद सीतापुर की प्राचीनतम उच्च शिक्षण संस्था के रूप में आरएमपी महाविद्यालय ने जनपद, विश्वविद्यालय एवं प्रदेश स्तर पर अपनी एक विशिष्ट ख्याति और स्थान अर्जित किया है । कला और विज्ञान संकाय के साथ वर्तमान में यह महाविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय से सहयुक्त है। अपने अनुशासन, पारदर्शी परीक्षाओं और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए महाविद्यालय का प्रबंध तंत्र और संपूर्ण स्टाफ पूर्ण मनोयोग से सदैव समर्पित रहा है। नई शिक्षा नीति के प्रकाश में प्रत्येक छात्र के अंदर की विशिष्ट क्षमता को इस प्रकार विकसित करना कि वे अपने भविष्य निर्माण के साथ-साथ इस राष्ट्र के निर्माण में भी अपना संपूर्ण और श्रेष्ठतम प्रदान कर सकें यही संस्था का सर्वोपरि लक्ष्य है।
महाविद्यालय छात्रों के जीवन और भविष्य दोनों के निर्माण का केंद्र होते हैं। छात्रों को चाहिए कि अपने विद्वान और सुयोग्य प्राध्यापकों के मार्गदर्शन में कठोर परिश्रम से अपने भविष्य का निर्माण करें और एक श्रेष्ठ नागरिक बनकर अपना तथा इस महाविद्यालय का नाम गौरवान्वित करें तभी हम सब का प्रयास सार्थक होगा। आइए हम सब "समर्पण के साथ सहभागिता " का अनुपालन कर महाविद्यालय को श्रेष्ठ बनाएं जिससे संस्थापकों के मनोनुकूल अभीष्ट लक्ष्य की प्राप्ति हो सके।